आगे बढ़ा मानसून, पश्चिमी तट पर भारी बारिश
- Written by Samiksha Bharti News Service
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नई दिल्ली : दक्षिण-पश्चिमी मानसून मध्य अरब सागर के कुछ भागों, गोवा, कर्नाटक तथा रायलसीमी के शेष भागों, दक्षिण कोंकण के कुछ भागों, दक्षिण-मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ, दक्षिण छत्तीसगढ़ और दक्षिण ओडिशा, संपूर्ण तेलंगाना, तटवर्तीय आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों की ओर बढ़ गया है।
Read in English: Monsoon Associated Heavy Rainfall Along West Coast
अगले 48 घंटों में दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, महाराष्ट्र (मुंबई सहित), छत्तीसगढ़, ओडिशा और तटवर्तीय आंध्र प्रदेश के शेष भागों की ओर बढ़ने की परिस्थितियां अनुकूल हैं।
10 जून तक तटवर्ती कर्नाटक, गोवा और दक्षिण महाराष्ट्र में भारी वर्षा होने की संभावना है। शनिवार से मुंबई सहित उत्तर तटीय महाराष्ट्र की ओर वर्षा हो सकती है। इस अवधि में इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में वर्षा की स्थिति में 12 जून से सुधार होगा।
8-12 जून के दौरान कोंकण और गोवा तटों के पास 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी। पश्चिम-मध्य और सोमालिया तट से दूर पड़ोसी दक्षिण-पश्चिम अरब सागर में समुद्र की स्थिति गंभीर रहेगी।
मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 8 से 12 जून के दौरान कोंकण और गोवा तटों के पास पूर्व-मध्य अरब सागर के साथ-साथ सोमालिया तट से दूर पश्चिम-मध्य तथा पड़ोस दक्षिण-पश्चिमी अरब सागर में न जाएं।
अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव बनने की संभावना है। इसके अगले 48 घंटों में तेज होने और फिर कमजोर पड़ जाने तथा बांगलादेश तट पार कर जाने की संभावना है।
9 से 11 जून के बीच उत्तर ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा सिक्किम, असम और मेघालय में छिटपुट भारी से भारी वर्षा होगी।
9 से 10 जून के दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी के आसपास और पश्चिम बंगाल, ओडिशा तथा बांगलादेश तटों पर 40 -50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है। इस अवधि में उत्तर बंगाल की खाड़ी तथा पश्चिम बंगाल ओडिशा, बांग्लादेश तथा म्यांमार के तटों पर समुद्री स्थिति गंभीर बनी रहेगी।